Yusuf Mehrally coined the slogan “Quit India” that inspired Indians against British. Mehrally went to jail 8 times. Wrote no mercy petitions & never collaborated with the British. #IndiaAt75

  Today is “August Kranti Diwas”, the day Gandhiji launched #QuitIndiaMovement in 1942. Yusuf Mehrally coined the slogan “Quit India” that inspired Indians against British. Mehrally went to jail 8 times. Wrote no mercy petitions & never collaborated with the British. #IndiaAt75 British shot Indians who saluted tiranga, arrested at least one lakh Indians, carried […]

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शहीद अशफ़ाक़ुल्लाह खान का शुमार भारत के मुमताज़ मुजहीदन-ए-आज़ादी में होता है।

कस ली है कमर अब तो, कुछ करके दिखाएंगे, आज़ाद ही हो लेंगे, या सर ही कटा देंगे। दिलवाओ हमें फांसी, ऐलान से कहते हैं, ख़ू से ही हम शहीदों के, फ़ौज बना देंगे। उनका जन्म 22 अक्टूबर 1900 को शाहजहांपुर में हुआ था।अशफ़ाक़ुल्लाह शायर भी थे, ‘वारसी’ और ‘हसरत’ तख़ल्लुस के तौर पर इस्तेमाल […]

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बेगम हजरत महल 1857 की आज़ादी की पहली लड़ाई की अकेली साहिब हिम्मत ख़ातून थीं जिन्हें अंग्रेज़ कभी पकड़ नहीं पाए।

लिखा होगा हज़रत महल की लहद पर नसीबों की जली थी, फलक की सताई जब भी 1857 के ‘स्वतंत्रता संग्राम’ पर बात होगी। बेगम हज़रत महल का नाम बड़े एहतिराम से लिया जाएगा। बेगम हजरत महल 1857 की आज़ादी की पहली लड़ाई की अकेली साहिब हिम्मत ख़ातून थीं जिन्हें अंग्रेज़ कभी पकड़ नहीं पाए। 1857 […]

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मौलाना मोहम्मद और शौकत अली जौहर को तो महान स्वतंत्रता सेनानी के रूप में सभी जानते हैं लेकिन उनकी माँ अबादी बानो बेगम (बी अम्मा) भी एक महान स्वतंत्रता सेनानी थीं

ग़ैब से मेरी इमदाद होगी अब हुकूमत ये बर्बाद होगी हश्र तक अब न आबाद होगी जान बेटा ख़िलाफ़त पे दे दो (शफ़ीक़ रामपुरी) अबादी बानो बेगम की पैदाइश 1850 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ज़िला के अमरोहा गांव में हुई थी। उनके परिवार ने 1857 कि जंग ए आज़ादी में बढ़ चढ़ कर हिस्सा […]

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We turn to Bengal’s “Titu Mir” who led a peasant rebellion against Zamindars & British

In light of #75yearsofIndependence, we’re celebrating Muslims’ role in freedom movement. So far, we’ve seen freedom fighters from Hyderabad, Mewat, Malegaon, Bhopal & Ranchi. Today, we turn to Bengal’s “Titu Mir” who led a peasant rebellion against Zamindars & British Titu Mir (Syed Mīr Nisār Alī) was from a peasant family in Haidarpur, Barasat. He […]

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1857 की जंग-ए-आज़ादी में शेख भिखारी ने झारखंड के मुसलमानों और हिंदुओं के साथ साथ संथाल आदिवासियों का भी नेतृत्व किया। उनकी बहादुरी और बेबाक़ी ने अंग्रेज़ी हुकूमत के दिलों में ख़ौफ़ पैदा कर दिया था। इसी वजह से अंग्रेजों ने शेख भिखारी को फांसी पर लटका कर मार दिया।

पिछले 4 दिनों से, हर दिन हम भारत के जंग-ए-आज़ादी में मुसलमानों के रोल को याद कर रहे हैं। इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए आज हम झारखंड के अज़ीम मुजाहिद शहीद शेख़ भिखारी को याद करते हैं। शहादत के वक्त, शेख़ भिखारी की उम्र सिर्फ़ 27 साल थी 1857 की जंग-ए-आज़ादी में शेख भिखारी […]

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